
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टोल वसूली में गड़बड़ी करने वाली 14 टोल कलेक्शन एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें दो साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह कदम टोल वसूली को पारदर्शी और सुचारू बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
Read Also : हरियाणा में 10वीं-12वीं की रद्द परीक्षाएं नई तिथियों पर होंगी आयोजित
STF की छापेमारी में खुलासा
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित अतरैला शिव गुलाम टोल प्लाजा पर यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने छापा मारा था। जांच के दौरान टोल वसूली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों की पुष्टि हुई। इसके बाद NHAI ने संबंधित टोल एजेंसियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
हालांकि, नोटिस के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए, जिसके बाद NHAI ने सख्त एक्शन लेते हुए 14 एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया।
Also read : आज का राशिफल 21 मार्च 2025: जानें कैसा रहेगा शुक्रवार का दिन, सभी 12 राशियों का राशिफल
100 करोड़ से अधिक की परफॉर्मेंस सिक्योरिटी जब्त
NHAI ने टोल एजेंसियों की 100 करोड़ रुपये से अधिक की परफॉर्मेंस सिक्योरिटी जब्त कर ली है और उसे भुनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह जुर्माना अनुबंध शर्तों के उल्लंघन के चलते लगाया गया है।
Read Also : हरियाणा को पहला IIT संस्थान मिलने की तैयारी, कुरुक्षेत्र में बनने की संभावना
नई एजेंसियों को मिलेगा ठेका
ब्लैकलिस्ट की गई एजेंसियों की जगह अब नई टोल वसूली एजेंसियों को नियुक्त किया जाएगा। NHAI ने स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई से टोल प्लाजाओं का संचालन प्रभावित नहीं होगा। जल्द ही नए ठेकेदारों को काम सौंपा जाएगा ताकि टोल वसूली की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रहे।
Read Also : हरियाणा को पहला IIT संस्थान मिलने की तैयारी, कुरुक्षेत्र में बनने की संभावना
भविष्य में भी होगी सख्त कार्रवाई
NHAI ने चेतावनी दी है कि टोल वसूली में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अनुशासनहीनता करने वाले ठेकेदारों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा और उन्हें भविष्य में NHAI की किसी भी परियोजना में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
Read Also : हरियाणा को पहला IIT संस्थान मिलने की तैयारी, कुरुक्षेत्र में बनने की संभावना
NHAI की यह कार्रवाई यह साबित करती है कि सरकार टोल वसूली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कदम न केवल भ्रष्टाचार को खत्म करने में मदद करेगा, बल्कि टोल प्लाजा पर लोगों को सुचारू और निष्पक्ष सेवा भी प्रदान करेगा।